
मोतिहारी, बिहार — बिहार में आगामी चुनाव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मोतिहारी पहुंचे, जहां उन्होंने एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए 7217 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। यह बीते डेढ़ महीने में उनका बिहार का तीसरा दौरा है, जो यह संकेत देता है कि एनडीए पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुका है।
मोदी ने चंपारण की धरती से दो नारे दिए — "बिहार का संकल्प अटल, NDA के साथ हर पल" और "बनाएंगे नया बिहार, फिर एक बार NDA सरकार", जो NDA के चुनावी अभियान की दिशा स्पष्ट करते हैं।
प्रधानमंत्री ने 7217 करोड़ रुपये की योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसमें सड़क, रेलवे, मत्स्य और अन्य बुनियादी ढांचे से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं।
उन्होंने चार नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को वर्चुअली हरी झंडी दिखाई। ये ट्रेनें हैं: मोतिहारी-आनंद विहार, पटना-नई दिल्ली, दरभंगा-लखनऊ और मालदा टाउन-लखनऊ (भागलपुर के रास्ते)।
प्रधानमंत्री आवास योजना - ग्रामीण के तहत 40,000 लाभार्थियों के खातों में राशि भेजी गई।
मोदी ने कहा कि पिछड़े जिलों को आकांक्षी जिलों में बदलकर विकास की मुख्यधारा में लाया गया है। सीमावर्ती गांव अब “आख़िरी” नहीं, बल्कि “देश का पहला गांव” कहे जाते हैं।
उन्होंने ओबीसी को संवैधानिक दर्जा देने और आदिवासी वर्ग के लिए जनमन योजना जैसे कार्यों का उल्लेख भी किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने राजद और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके शासन में गरीबों तक विकास की योजनाएं नहीं पहुंचती थीं। NDA सरकार ने इस असंभव कार्य को संभव किया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में लालू-राबड़ी के कार्यकाल की याद दिलाते हुए कहा कि 2005 से पहले बिहार में विकास पूरी तरह ठप था। उन्होंने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार जल्द ही 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने का प्रस्ताव कैबिनेट में पारित करेगी।
पीएम मोदी ने दरभंगा से नरकटियागंज रेल लाइन के दोहरीकरण का उद्घाटन किया, जिससे ट्रेनों की गति और यात्रियों का समय दोनों बेहतर होंगे। इसके अलावा उन्होंने एनएच-319 पर 820 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली दो सड़क परियोजनाओं — परारिया से मोहनियां तक चार लेन और आरा बाइपास — का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
सभा के अंत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंच से मौजूद जनता को खड़े होकर एक्सरसाइज करवाई और प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करवाया। मंच पर पीएम मोदी, नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी ने जनता का अभिवादन किया। अंत में, राधामोहन सिंह ने प्रधानमंत्री को प्रतीक चिन्ह के रूप में तिरंगा भेंट किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा न केवल बिहार के लिए विकास योजनाओं की सौगात लेकर आया, बल्कि आगामी बिहार चुनाव 2025 के लिए एनडीए की रणनीति और तेवर भी स्पष्ट कर गया। चंपारण से उठा यह चुनावी शंखनाद अब पूरे बिहार में गूंजेगा।