
Father's Day 2025: वो कहते हैं ना कि मां के क़दमों में जन्नत है, तो पिता के क़दमों में भी तो स्वर्ग है। हम मां की ममता की सराहना तो करते हैं, पर पिता के प्यार, बलिदान और संघर्ष की सराहना क्यों नहीं कर पाते?
पिता अक्सर अपनी भावनाएं ज़ाहिर नहीं करते। उनकी बातें हमें सख़्त लग सकती हैं, लेकिन उस सख़्ती में भी एक अनकहा प्यार छुपा होता है। वो शायद हमें कभी यह नहीं कह पाते कि वो हमें कितना प्यार करते हैं, लेकिन जब वो हमें स्कूल छोड़ने आते हैं, साइकिल चलाना सिखाते हैं, या चुपचाप हमारी फीस भरते हैं — तो हर बार बिना कुछ कहे अपना प्रेम व्यक्त करते हैं।
एक मां अपने बच्चे को 9 महीने अपनी कोख में पालती है, लेकिन एक पिता उसी बच्चे को 9 महीने अपने मन और मस्तिष्क में संजोता है।
फादर्स डे हर साल जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। यह दिन पिता के योगदान और महत्व को दर्शाता है।
यह दिन बच्चों को अपने पिता के प्रति प्यार और सम्मान व्यक्त करने का एक अवसर प्रदान करता है।
फादर्स डे की शुरुआत अमेरिका के स्पोकेन शहर से 19 जून 1910 को हुई थी, जब सोनेरा नाम की एक महिला ने अपने पिता को सम्मानित करने की प्रेरणा दी।
सोनेरा के पिता एक गृहयुद्ध के अनुभवी सैनिक थे। उन्होंने अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद अकेले ही अपने छह बच्चों की परवरिश की।
सोनेरा अपने पिता के सम्मान में 5 जून को यह दिन मनाना चाहती थीं (जो उनके पिता की पुण्यतिथि थी), लेकिन कुछ कारणों से यह जून के तीसरे रविवार को मनाया गया।
तब से लेकर आज तक यह दिन दुनिया भर में पिता के सम्मान में जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है।
आप अपने पिता के लिए निजी उपहार तैयार कर सकते हैं, जैसे – फैमिली फोटो कोलाज या उनके जीवन के बेहतरीन पलों की तस्वीरों का संग्रह।
उनके लिए अपने हाथों से कार्ड बना सकते हैं या एक पत्र लिख सकते हैं जिसमें उनके साथ बिताए गए खास पलों का ज़िक्र हो।
उनके साथ मिलकर उनका पसंदीदा व्यंजन बनाएं और साथ बैठकर खाएं।
उनकी कोई पसंदीदा फ़िल्म साथ बैठकर देखें।
उन्हें टहलने के लिए साथ ले जाएं और खुलकर बातें करें।
अगर आप घर से दूर हैं, तो वीडियो कॉल करें, उनके लिए ऑनलाइन गिफ्ट या केक भेजें।
उन्हें किसी हास्य शो में लेकर जाएं या कोई आउटडोर गेम उनके साथ खेलें।
आज इस फादर्स डे पर, आइए हम सब संकल्प लें कि — हम अपने पिता को सिर्फ एक दिन नहीं, हर दिन समय, सम्मान और सच्चा प्रेम देंगे।
क्योंकि उन्होंने हमें सिर्फ जीवन ही नहीं दिया, बल्कि जीने की वजह भी दी है।